बुधवार, सितंबर 22, 2010

नहीं चाहिए अयोध्या पे फैसला

ज़रा सोचो
क्या एक अदालत करेगी तय
कि कहाँ हैं भगवान, कहाँ हैं अल्लाह?

क्या धर्म के ठेकेदार करवाएंगे तय
कि कहाँ होगी पूजा और कहाँ हो नमाज़

क्या चंद सिरफिरे करेंगे तय
कि समाज में अमन रहेगा या नहीं

ये हम तय कर चुके हैं कि
हमारे दिल में हैं भगवान और अल्लाह
कि जहाँ श्रद्धा और अकीदत से झुकेंगे सिर
वोहीं हो जाएगी पूजा और नमाज़
कि समाज में अमन ही होगा, सिरफिरे नहीं

8 टिप्‍पणियां:

  1. !जब ''ऑनर किलिंग के ठेकेदार'मेच फिक्सिंग के ठेकेदार ,समूचे सरकारी तंत्र को खोखला करने वाले अफसरों ,व् भ्रष्ट नेताओं की दादागिरी बनाम ठेकेदारी; कानून की नाक के नीचे बाकायदा फल फूल सकती है तो समाज का एक वर्ग खुद को यदि धर्म की ठेकेदारी का दावेदार मानता है तो क्या आश्चर्य है...आदमी तो आदमी भगवान को भी नहीं छोड़ा इन धर्मान्धों ने!क्या दुनियां के हर मंदिर मे एक अलग भगवान की सत्ता है?यदि नहीं, वो हर जगह हैफिर क्या फर्क पड़ता है कि कहाँ उसे स्थापित किया जाये.और कहाँ नहीं सच तो यही है कि येही लोग जो अपने अप को धर्म के कट्टर दावेदार कहते हैं दरअसल घनघोर नास्तिक लोग हैं और भगवन भी आज इंसानी गन्दी राजनीति का हिस्सा बनने पर मजबूर हैं...यही तो इस दुनियां के सबसे बड़े गणतंत्र की त्रासदी है
    खुबसूरत रचना
    बधाई

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  2. क्या एक अदालत करेगी तय
    कि कहाँ हैं भगवान, कहाँ हैं अल्लाह?
    BAHUT HEE JWALANT PRSN UTHAYA HAI AAPNE.VASTAV ME ISASE VICHITRA BAT KYA HO SAKTI HAI KI HAM APNEE AASTHA KELIYE BHEE ADALAT KEE OOR DEKH RAHE HAI

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  3. bahut hi khoobsurat rachna ratnakar ji... badhai swikaarein... aap mere blog par padhare aur itna sundar shabdon mein aapne meri hausla afzai ki iske liye aapka bahut bahut dhanyawaad...

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  4. बेनामी11/09/2010 11:23 am

    Amazing.....

    "ये हम तय कर चुके हैं कि
    हमारे दिल में हैं भगवान और अल्लाह
    कि जहाँ श्रद्धा और अकीदत से झुकेंगे सिर
    वोहीं हो जाएगी पूजा और नमाज़
    कि समाज में अमन ही होगा, सिरफिरे नहीं "

    रत्नाकर जी बहुत ही सही कहा है आपने, और आज इसी तरह की सोच की जरुरत है हमारे देश को हमारे समाज को. अयोध्या से सम्बंधित विषय पर शायद इस से अच्छी रचना मानीं कहीं नहीं पढ़ी.

    manju

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  5. ratnakar ji,

    aapne blog par likhna band kar diya, aisa kyon ?

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  6. हमारे दिल में हैं भगवान और अल्लाह

    सुन्दर!

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